शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं एवं शासकीय कार्यों का लाभ लेने के लिए ई-केवाईसी कराना जरूरी है। खाताधारक, भूमि स्वामियों, प्लॉट-भूखंड, मकान मालिकों जिनके नाम खसरा रिकार्ड में दर्ज हैं उन्हें अपने-अपने भू-खंड एवं कृषि भूमियों का समग्र आईडी एवं आधार कार्ड से ई-केवाईसी कराना है।
भूखंड, मकान, दुकान कृषि भूमि को सुरक्षित रखना चाहते हैं और किसी भी तरह की जमीन की हेराफेरी से बचना चाहते हैं तो नजदीकी सीएससी कंप्यूटर सेंटर पर जाकर ई-केवाईसी जरूर कराएं। जिले में 6 अगस्त की स्थिति 3.19 लाख ई-केवाईसी पेंडिंग हैं। ई-केवाईसी के लिए अपने साथ समग्र आईडी,आधार कार्ड, जन्म तिथि से संबंधित कोई भी दस्तावेज, मोबाइल नंबर, खसरा की फोटो कॉपी लग सकते हैं।