भोपाल और उत्तरप्रदेश के औद्योगिक शहर कानपुर जल्द फोरलेन इकॉनोमिक कॉरिडोर से जुड़ेंगे। कुल 526 किमी लंबे इस कॉरिडोर की मप्र में लंबाई 360 किमी हाेगी। मप्र में यह 4 पैकेज में बनाया जाएगा। केंद्र सरकार ने गुरुवार को इन पैकेज के लिए 3,589.4 करोड़ रु. की मंजूरी दे दी। मप्र में यह कॉरिडोर भोपाल से शुरू होकर सांची, विदिशा, ग्यारसपुर, राहतगढ़, सागर शहर को बायपास करते हुए छतरपुर जिले में सतई घाट तक जाएगा। यहां ओरछा के लिए जाने वाले दूसरे हाईवे को कनेक्ट भी करेगा।
सतई घाट से यह छतरपुर के ग्रामीण इलाकों से चौका होते हुए छतरपुर-महोबा की सीमा पर यूपी के छोटे से कस्बे कैमाहा तक बनाया जाएगा। यहां से कानपुर करीब 165 किमी दूर है। फिर इससे कनेक्ट किया जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन जयराम गडकरी ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा की। इस इकॉनामिक कॉरिडोर की घोषणा वर्ष जनवरी 2023 में की गई थी। एनएचआई सूत्रों के मुताबिक, इस कॉरिडोर को 2026 तक तैयार करने का लक्ष्य है।
फायदा- अभी कई जगह 2 लेन, कानपुर जाने में 12 घंटे लगते हैं, फोरलेन से दूरी ज्यादा नहीं घटेगी, रफ्तार 2 घंटे बचाएगी
हमारे 4 जिले जुड़ेंगे… 4 फेज में निर्माण। पहला फेज भोपाल से विदिशा, दूसरा यहां से ग्यारसपुर, तीसरा सागर जिला होते हुए छतरपुर के सताई घाट से चौका, चौथा कैमाहा (यूपी) तक।
सागर शहर बायपास… भोपाल से कैमाहा तक अभी रूट टू लेन है। एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। सागर शहर को बायपास करेगा। यानी शहर के बीच से नहीं गुजरेगा।
100 से 120 किमी की रफ्तार… भोपाल से कानपुर की दूरी करीब 550 किमी है। झांसी होकर जाएं या छतरपुर, करीब 12 घंटे लगते हैं। कई जगह 2 लेन है। नए कॉरिडोर में दूरी करीब 526 किमी रहेगी। वाहन अधिकतम 100 से 120 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ सकेंगे। सड़क व्यस्त मानें तो 2 घंटे तक बचेंगे। सफर में 10 घंटे लगेंगे।
पूरा प्रोजेक्ट 11,300 करोड़ का… पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 11,300 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसे ईपीसी मोड पर बनाया जाएगा। यानी ठेकेदार को ही प्रोजेक्ट की इंजीनियरिंग, डिजाइन, निर्माण आदि की जिम्मेदारी।
सबसे बड़ा फायदा… बुंदेलखंड में विकास के रास्ते खुलेंगे
- गडकरी ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से मप्र-उप्र के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी। सड़क हादसों में कमी आएगी और बुंदेलखंड क्षेत्र में आर्थिक विकास को तेजी मिलेगी।
- सीएम डॉ. मोहन यादव ने इस कॉरिडोर को मप्र के विकास पथ की सौगात बताया है। इससे मप्र के विदिशा, रायसेन, सागर, छतरपुर जिलों को सर्वाधिक लाभ होगा।
मंडला-नैनपुर मार्ग को अपग्रेड करने के लिए भी 592 करोड़ मंजूर… मंडला शहर से नैनपुर तक 46 किमी लंबे मार्ग को अपग्रेड करने के लिए भी केंद्र ने 592 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी है। इस सड़क के विस्तार से नागपुर से कनेक्टिविटी बेहतर होगी।