पंजीयन विभाग की नई तकनीक पर विकसित सॉफ्टवेयर संपदा 2.0 पर दस्तावेज पर लोन की जानकारी डिजिटली देखने की सुविधा भी दी गई है। अगर दस्तावेज पर लोन लिया गया होगा, तो उसकी जानकारी भी इसमें देखी जा सकेगी। साथ ही संपत्ति की पहचान कस्टोडियम डिपार्टमेंट से की जाएगी।
ई-पंजीयन एवं ई-स्टॉम्पिंग का नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है। सॉफ्टवेयर पर दस्तावेजों के ई-पंजीयन एवं ई-स्टॉम्पिंग के लिए प्रदेश के सभी जिलों में प्रावधान लागू किए जा चुके हैं। सॉफ्टवेयर द्वारा संपत्तियों का अंतरण, लोन इत्यादि दस्तावेजों का पंजीयन पूरी तरह से डिजिटल ही किया जाएगा।
पंजीयकों की पहचान ई-केवाईसी के माध्यम से की जाएगी। इसमें घर बैठे पंजीयन एवं ई-स्टॉम्पिंग की सुविधा भी होगी। भोपाल में अभी तक 3 लोगों ने संपदा 2.0 का उपयोग किया है। सोमवार से रजिस्ट्री का काम तीन दिन के अवकाश के बाद सामान्य रूप से होने लगेगा।